भारतवर्ष के प्राचीन मंदिर हजारों वर्षों से मानव जाति की श्रद्धा के प्रतीक रहे हैं। इसके साथ ही ये (richest temples) अपने अपार धन और सोने चांदी की विशाल मात्रा के लिए भी प्रसिद्ध हैं। इनमें से कई मंदिर बहुत पुराने हैं और अपने आप में रहस्य समेटे हुए हैं। इन सभी में से कुछ मंदिर ऐसे हैं जो भारत के सबसे अमीर मंदिर (richest temple in India) माने जाते हैं। इस लेख में, शीर्ष दस सबसे अमीर मंदिरों (Top ten richest temples in India) के बारे में बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि अगर भारत के इन मंदिरों का खजाना खोल दिया जाए तो भारत की आधी से ज्यादा गरीबी मिट जाएगी।
Which is the richest temple in the world.
दुनिया में दस सबसे बड़े हिंदू मंदिर – Top Ten Largest Hindu Temple In The World
दुनिया के दस सबसे ज्यादा देखे जाने वाले स्मारक – Top Ten Most Visited Monuments In The World
1) Padmanabhaswamy Temple (पद्मनाभस्वामी मंदिर) (Richest Temples)
तिरुवनंतपुरम शहर में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर (richest temple in India) भारत का सबसे धनी मंदिर है।
यह दुनिया में सबसे अमीर धार्मिक स्थलों (richest temples) में से एक है।
इस मंदिर (India richest temple) का निर्माण 8 वीं शताब्दी में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि पद्मनाभस्वामी मंदिर में महा विष्णु निवास करते हैं।
इस मंदिर (world’s richest temple) का मुख्य आकर्षण पद्मनाभस्वामी की मूर्ति है। यहाँ आप भगवान विष्णु को शेषनाग पर शयन मुद्रा में देख सकते हैं।

वर्ष 2011 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर के बंद 5 कमरों को खोला गया।
इनमें से खरबों रूपए की कीमत के हीरे जवाहरात, सोने के सिक्के और बहुमूल्य मूर्तियां मिलीं।
पद्मनाभस्वामी मंदिर (world richest temple) के इस खजाने की कीमत लगभग 2 खरब डॉलर (150000 करोड़ रूपए) से अधिक है।
इसके अतिरिक्त मंदिर (richest temple in world) की सालाना आय लगभग 400 करोड़ रूपए है।
पद्मनाभस्वामी मंदिर की वेबसाइट है – https://spst.in/
2) Tirumala Tirupati Venkateshwara Temple (तिरुमाला तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर) (Richest Temples)
भारत के आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में तिरुमाला तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर स्थित है।
इस मंदिर का निर्माण कार्य 300 ईस्वी से शुरू हुआ था।
यह मंदिर भगवान विष्णु के एक रूप वेंकटेश्वर को समर्पित है।
ऐसा माना जाता है कि भगवान वेंकटेश्वर मानव जाति को कलियुग के कष्टों से बचाने के लिए यहां प्रकट हुए थे।
मंदिर में दर्शन करने के लिए प्रतिदिन लगभग 50,000 से 100,000 तीर्थ यात्री आते हैं।
जबकि विशेष अवसरों और त्योहारों पर, तीर्थयात्रियों की संख्या 500,000 तक पहुँच जाती है।
यह दान प्राप्त करने के मामले में दुनिया का सबसे अमीर मंदिर (richest temple in India) है।
कई भक्त अपने सिर के बालों को मुंडाकर “मोक्कू” के रूप में भगवान को चढ़ाते हैं। इन एकत्रित बालों की दैनिक मात्रा एक टन से अधिक होती है।

एकत्रित किये गए इन बालों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेचकर मंदिर सालाना 250-300 करोड़ रुपये कमाता है।
भक्तों द्वारा दान पुण्य और अन्य स्रोतों से मंदिर की सालाना आय 2500 करोड़ रुपये से अधिक है। प्रति वर्ष, मंदिर में दान किये गए 3000 किलोग्राम सोने का भण्डारण किया जाता है।
इसके अतिरिक्त इस मंदिर का बैंकों में 14000 करोड़ का फिक्स्ड डिपाजिट है और 8 टन सोना भी जमा है।
तिरुमाला तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर की वेबसाइट है – https://www.tirumala.org/
3) Shirdi Sai Baba Temple (शिरडी साईं बाबा मंदिर) (Richest Temples)
शिरडी के साईं बाबा एक आध्यात्मिक गुरु थे।
हिंदू और मुस्लिम दोनों भक्त उनके प्रति श्रद्धा रखते हैं।
15 अक्टूबर 1918 को विजयदशमी उत्सव के दिन उनकी मृत्यु हो गई थी।
उनके शरीर को शिरडी के बूटी वाडा में दफनाया गया था, जो बाद में पूजा स्थल बन गया। जिसे आज श्री समाधि मंदिर या शिरडी साईं बाबा मंदिर के नाम से जाना जाता है।
इस मंदिर का निर्माण 1922 में किया गया था। ऐसा माना जाता है कि साईं बाबा ने दादा मडये जी को एक रुपया दिया था, जिससे उन्होंने कुडाल में मंदिर का निर्माण किया था।

आज साईं बाबा मंदिर में प्रतिदिन औसतन 25,000 तीर्थयात्री आते हैं और धार्मिक त्योहारों के दौरान यह संख्या 100,000 तक पहुँच जाती है।
साईं बाबा मंदिर (richest temples) की सालाना आय लगभग 300-350 करोड़ रूपए है, जो इसे भारत के सबसे अमीर मंदिरों (richest temple in India) में से एक बनाती है। । इसके साथ ही इस मंदिर के बैंक खाते में 1800 करोड़ रूपए, 380 किलोग्राम सोना और 4500 किलोग्राम चांदी जमा है। (richest temples)
शिरडी साईं बाबा मंदिर की वेबसाइट है – https://www.sai.org.in/
4) Guruvayur Temple (गुरुवयूर मंदिर)
भारत के केरल में स्थित गुरुवयूर मंदिर भगवान गुरुवायुरप्पन (भगवान विष्णु का चार भुजाओं वाला रूप) को समर्पित है।
इस मंदिर के निर्माण के साक्ष्य 14 वीं शताब्दी के मिले हैं। विभिन्न कारणों से इस मंदिर का भी कई बार पुनर्निर्माण हुआ।
भगवान गुरुवायुरप्पन के गुरुवयूर मंदिर को दक्षिण भारत की द्वारका भी कहा जाता है।

गुरुवयूर मंदिर में प्रतिदिन 50,000 से अधिक लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
इस मंदिर की सालाना आय 400 करोड़ रूपए से अधिक है।
मंदिर की कुल संपत्ति लगभग 2,500 करोड़ रुपये है।
लाखों लोगों का श्रद्धेय केरल का यह मंदिर भारत और दक्षिण भारत के सबसे अमीर मंदिरों (richest temple in India) में से एक है।
गुरुवयूर मंदिर की वेबसाइट है – https://guruvayurdevaswom.in/
5) Sabarimala Temple (सबरीमाला मंदिर) (Richest Temples)
सबरीमाला मंदिर भारत के केरल राज्य में सबरीमाला पहाड़ी पर स्थित है।
यह मंदिर हिंदू ब्रह्मचारी देवता अयप्पन (इन्हें धर्म शास्ता भी कहा जाता है) को समर्पित है, जो शिव और मोहिनी के पुत्र हैं, जो विष्णु के स्त्री अवतार हैं।
यह मंदिर पहाड़ों और घने जंगलों से घिरा हुआ है और समुद्र तल से 4,134 फीट की ऊंचाई पर अठारह पहाड़ियों के बीच एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित।
मंदिर का स्थल कई दशकों पुराना है और यह सदियों से अज्ञात था।

मंदिर केवल मंडलपुजा (लगभग 15 नवंबर से 26 दिसंबर), मकर संक्रांति (14 जनवरी), महा थिरुमल संक्रांति (14 अप्रैल) और प्रत्येक मलयालम महीने के पहले पांच दिन ही पूजा के लिए खुला रहता है।
सबरीमाला मंदिर में प्रत्येक वर्ष 50 लाख से अधिक तीर्थयात्री आते हैं।
प्रत्येक वर्ष मंदिर (richest temples) की आय 100-125 करोड़ रूपए की है और इसकी कुल संपत्ति 350 करोड़ रूपए की है। (richest temples)
सबरीमाला मंदिर की वेबसाइट है – https://sabarimalaonline.org/
6) Golden Temple (स्वर्ण मंदिर)
स्वर्ण मंदिर को हरमंदिर साहिब या दरबार साहिब भी कहते हैं। यह गुरुद्वारा अमृतसर, पंजाब में स्थित सिख धर्म का प्रमुख आध्यात्मिक स्थल है।
यह गुरुद्वारा भारत के सबसे अमीर मंदिरों (richest temple in India) में से एक है।
इस गुरूद्वारे का निर्माण 1577 में एक सरोवर के चारों तरफ चौथे सिख गुरु, गुरु राम दास ने किया था।
बार बार मुग़ल और अफगान सेनाओं द्वारा हमले के कारण इसका पुनर्निर्माण कई बार हुआ।

1809 में महाराजा रणजीत सिंह द्वारा सिख साम्राज्य की स्थापना के बाद, इसे संगमरमर और तांबे से फिर से बनाया गया।
1830 में इसके गर्भगृह पर सोने का पत्तर चढ़ाया गया और इसे स्वर्ण मंदिर का नाम दिया गया।
स्वर्ण मंदिर में प्रतिदिन 50000 से अधिक श्रद्धालु आते हैं।
यहाँ दिन में तीन बार 50000 से अधिक लोगों को भोजन कराया जाता है, जिसे लंगर कहते हैं।
इस मंदिर की सालाना कमाई लगभग 300 करोड़ रूपए है। (richest temples)
इसमें रखा सिंहासन 94 किलो सोने का बना है। गुरूद्वारे के पास लगभग 320 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
7) Siddhivinayak Temple (सिद्धिविनायक मंदिर) (Richest Temples)
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर में स्थित है। यह मंदिर भगवान श्री गणेश को समर्पित है।
मूल रूप से इस मंदिर का निर्माण 19 नवंबर 1801 को कराया गया था।
यह भारत के सबसे अमीर मंदिरों (richest temple in India) में से एक है।
इस मंदिर का निर्माण ठेकेदार लक्ष्मण विठू पाटिल ने कराया था। मंदिर के निर्माण के लिए देउबाई पाटिल नामक एक अमीर महिला ने धन दिया था। बांझपन के कारण निःसंतान देउबाई पाटिल ने मंदिर का निर्माण करवाया ताकि भगवान गणेश अन्य बांझ महिलाओं को संतान प्रदान करें।

मंदिर की कुल संपत्ति 150 करोड़ रूपए की है। (richest temples)
इस मंदिर को सालाना 50-100 करोड़ रुपये का दान प्राप्त होता है।
श्री सिद्धिविनायक मंदिर की वेबसाइट है – https://www.siddhivinayak.org/
8) Jagannath Temple (जगन्नाथ मंदिर) (Richest Temples)
भारत के पूर्वी तट पर ओडिशा राज्य के पुरी में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर भगवान विष्णु के एक रूप जगन्नाथ को समर्पित एक हिंदू मंदिर है।
इस मंदिर का निर्माण गंगा वंश के राजा अनंतवर्मन चोडगंगा द्वारा 12 वीं शताब्दी में किया गया था।
श्री जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी की पूजा होती है।

यह पुरी मंदिर अपनी वार्षिक रथ यात्रा के लिए प्रसिद्ध है।
यहाँ प्रतिदिन आने वाले भक्तों की संख्या लगभग 35000 है।
इस मंदिर (richest temples) की सालाना आय लगभग 30-40 करोड़ रुपये की है और कुल संपत्ति लगभग 150 करोड़ रूपए है। (richest temples)
श्री जगन्नाथ मंदिर की वेबसाइट है – https://www.shreejagannatha.in/
9) Shri Vaishno Devi Temple (श्री वैष्णो देवी मंदिर)
वैष्णो देवी मंदिर जम्मू-कश्मीर के कटरा में स्थित वैष्णो देवी को समर्पित एक हिन्दू मंदिर है।
यह मंदिर 108 शक्तिपीठों में से एक है, जिन्हें वैष्णो देवी के रूप में पूजा जाता है।
यह भारत के सबसे अधिक दर्शन किये जाने वाले तीर्थस्थलों में से एक है।
यहाँ प्रतिवर्ष लाखों आगंतुक आते हैं। नवरात्रि जैसे त्योहारों में यह संख्या और अधिक बढ़ जाती है।

5,200 फीट की ऊंचाई पर और लाखों साल पुरानी गुफा के अंदर स्थित वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों (richest temple in India) में से एक है।
वैष्णो देवी मंदिर (richest temples) की सालाना आय लगभग 500 करोड़ रूपए है और इसके अतिरिक्त इसके पास दान में मिला 1.5 टन सोना है। (richest temples)
श्री वैष्णो देवी मंदिर की वेबसाइट है – https://www.maavaishnodevi.org/
10) Somnath Temple (सोमनाथ मंदिर)
सोमनाथ मंदिर गुजरात के पश्चिमी तट पर सौराष्ट्र में स्थित है। इसे शिवजी के बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से पहला माना जाता है।
सोमनाथ मंदिर का निर्माण लगभग 1500 वर्ष पूर्व किया गया था। इस मंदिर पर हमले और लूटपाट का एक लम्बा इतिहास है। मुस्लिम आक्रमणकारियों और शासकों द्वारा बार-बार हमला करने और इसे नष्ट करने के कारण इसका कई बार पुनर्निर्माण किया गया।

वर्तमान मंदिर का पुनर्निर्माण हिंदू मंदिर वास्तुकला की चालुक्य शैली में किया गया और यह मई 1951 में पूरा हुआ।
इस मंदिर में सालाना 70-80 लाख भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
सोमनाथ मंदिर (richest temples) की वार्षिक आय लगभग 50 करोड़ रूपए है। वर्तमान में सोमनाथ मंदिर की संपत्ति अज्ञात है, लेकिन इसके पास 1700 एकड़ भूमि सहित भरपूर सोना चांदी है।
जो इसे भारत के सबसे अमीर मंदिरों (richest temple in India) में से एक बनाता है।
सोमनाथ मंदिर की वेबसाइट है – https://www.somnath.org/