आज टेक्नोलॉजी ने दुनिया को छोटा कर दिया है, इसके बावजूद दुनिया में ऐसे अनदेखे और निषिद्ध स्थान (forbidden places on earth) हैं जहाँ आप नहीं जा सकते। (Places not allowed to visit) दुनिया भर में बहुत से मानव निर्मित और पर्यावरण विज्ञान द्वारा संरक्षित स्थान हैं जहाँ बाहरी व्यक्तियों का आना पूरी तरह से मना है। (Banned places in the world) इन स्थानों के रहस्यों को समझने और इनके बारे में जानने के लिए यह लेख पढ़ें। (Places you should never visit)
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एरिया 51 (Area 51 – USA) (Forbidden Places)
अमेरिका के दक्षिणी नेवादा में टेस्ट और ट्रेनिंग रेंज में स्थित यूनाइटेड स्टेट्स एयरफोर्स स्टेशन का सामान्य नाम एरिया 51 है।
यह दुनिया के निषिद्ध स्थानों (forbidden places) में से एक है।
यूनाइटेड स्टेट्स एयरफोर्स (USAF) का कहना है कि यह एक प्रशिक्षण स्थल है।
लेकिन लोगों में यह धारणा है कि अमेरिकी सरकार इस जगह पर दुर्घटनाग्रस्त अंतरिक्ष यान और एलियंस को रखती और जांच करती है।
1947 में न्यू मैक्सिको में हुए कथित एलियन यान की दुर्घटना से इस बात को बल मिलता है।
नेवादा रेगिस्तान के बीच में एक धूल भरी सड़क एरिया 51 के सामने के गेट की ओर जाती है।
गेट के आगे कैमरे हर तरफ नजर रखते हैं।
मिथकों को छोड़ दें तो भी यह सच ही है कि एरिया 51 बहुत सक्रिय और प्रशिक्षण स्थल से कुछ अधिक ही है।
(restricted areas in the world)
वहां क्या चल रहा है यह केवल कुछ चुनिंदा लोगों को ही पता है।
एरिया 51 के आसपास का क्षेत्र उत्साही लोगों के लिए एक लोकप्रिय स्थल है।
लेकिन कुछ खुफिया और सैन्य कर्मियों को छोड़कर, बाकी आम लोगों के लिए एरिया 51 तक पहुंच पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
(most restricted places on earth)
(places you can’t visit)
एरिया 51 के ऊपर का हवाई क्षेत्र भी नो फ्लाई जोन है।
स्नेक आइलैंड (Snake Island, Brazil)
अटलांटिक महासागर में ब्राजील के तट पर स्थित इल्हा दा क्यूइमाडा ग्रांडे द्वीप को स्नेक आइलैंड कहते हैं।
यह दुनिया में सबसे निषिद्ध स्थानों (forbidden places) में से एक है।
यह द्वीप केवल केवल 43 हेक्टेयर (106 एकड़) का है।
इस द्वीप पर दुनिया में साँपों की सबसे घातक प्रजातियों में से एक गोल्डन लांसहेड पिट वाइपर रहते हैं।
(most dangerous places in the world)
विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस द्वीप पर 4000 से अधिक गोल्डन लांसहेड पिट वाइपर सांप रहते हैं।
पहले ऐसा अनुमान लगाया जाता था कि एक समय पर यहाँ प्रत्येक वर्ग मीटर (10.8 वर्ग फुट) में एक सांप था।
गोल्डन लांसहेड पिट वाइपर की घटती आबादी के कारण इसे आईयूसीएन रेड लिस्ट ऑफ थ्रेटड स्पीशीज (IUCN) ने लुप्तप्राय प्रजाति की श्रेणी में रखा है।
ब्राजील सरकार ने लोगों और सांपों दोनों की रक्षा के लिए किसी भी व्यक्ति के वहां जाने पर प्रतिबन्ध लगाया हुआ है।
(most forbidden places in the world)
सरकार केवल कुछ वैज्ञानिकों को वहां जाकर सांपों का अध्ययन करने की अनुमति देती है।
इसा ग्रैंड श्राइन (Ise Grand Shrine, Japan) (Forbidden Places)
जापान के मेई प्रान्त के उजी-ताची शहर में स्थित यह इसा ग्रैंड श्राइन सूर्य देवी अमातेरसु को समर्पित एक शिंटो मंदिर है।
यह मंदिर आम लोगों के लिए निषिद्ध स्थान (forbidden places) है।
इसा ग्रैंड श्राइन में दो प्रमुख मंदिर नायको और गेको हैं और लगभग 125 मध्यम शिंटो मंदिर हैं।
इसकी स्थापना 4 ईसा पूर्व में की गयी थी, इसके बाद तीसरी और 5वीं शताब्दी में क्रमशः नायको और गेको की स्थापना हुई।
इस मंदिर की इमारतें ठोस साइप्रेस की लकड़ी से बनी हैं और इनको बनाने में लोहे की कीलों का उपयोग नहीं किया गया है।
हर 20 साल में इसकी संरचना को बदला जाता है और 2013 में – मृत्यु और नवीनीकरण के बारे में शिंटो मान्यताओं के अनुरूप इस बदला गया था।
कथित तौर पर यह पवित्र दर्पण का घर और शिंटो मंदिरों में सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है।
इस श्राइन (forbidden places) के मुख्य पुजारी या पुजारिन का शाही परिवार से होना जरूरी है, वही इस श्राइन की निगरानी के लिए जिम्मेदार है।
मंदिर की वर्तमान मुख्य पुजारन सम्राट एमेरिटस अकिहितो की बेटी सयाको कुरोदा हैं।
आम जनता दूर से ग्रैंड श्राइन की फूस की छत से अधिक कुछ नहीं देख पाती है, उसे अंदर जाने की अनुमति नहीं है।
(forbidden locations)
इसा ग्रैंड श्राइन की वेबसाइट है – https://www.isejingu.or.jp/en/
पोवेग्लिया आइलैंड (Poveglia Island, Italy) (Forbidden Places)
उत्तरी इटली के वेनिस लैगून में वेनिस और लीडो के बीच पोवेग्लिया द्वीप स्थित है।
एक छोटी सी नहर द्वीप को दो अलग-अलग भागों में विभाजित करती है।
1348 में वेनिस में बुबोनिक प्लेग आया तो पोवेग्लिया और कई अन्य छोटे द्वीपों को क्वारंटाइन स्टेशन बना दिया गया।
लाखों लोग इस द्वीप पर मर गए। इन मरे और अधमरे लोगों को यहाँ पर जलाकर ऐसे ही छोड़ दिया गया। (places to never visit)
ऐसा फिर से 1630 में महामारी आने पर हुआ।
एक बार फिर 1776 के बाद से 100 से अधिक वर्षों के लिए इस द्वीप का उपयोग प्लेग और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए एक क्वारंटाइन स्टेशन के रूप में किया गया था।
बाद में यहाँ एक मानसिक अस्पताल बनाया गया।
मानसिक अस्पताल 1968 में बंद हो गया था और तब से यह द्वीप खाली है।
ऐसा माना जाता है कि पोवेग्लिया पर लगभग 160,000 लोग मरे थे। (most dangerous place on earth)
पोवेग्लिया आइलैंड को शापित और प्रेतवाधित स्थान माना जाता है।
लोगों का कहना है कि इस द्वीप की मिट्टी में शवों की राख अधिक है। (forbidden islands)
इस द्वीप पर बिना सरकारी आज्ञा के (forbidden places) जाने की मनाही है।
किन शि हुआंग का मकबरा (Tomb of Qin Shi Huang, China)
प्रथम किन सम्राट किन शि हुआंग का मकबरा चीन के शानक्सी प्रांत के शीआन के लिंटोंग जिले में स्थित है।
इस मकबरे का निर्माण 246 से 208 ईसा पूर्व तक 38 वर्षों में किया गया था।
यह एक 76 मीटर ऊंचे कटे हुए पिरामिड के आकार के गुम्बद के नीचे स्थित है।
मकबरे का नक्शा किन राजधानी ज़ियानयांग पर बनाया गया है।
भीतरी शहर की परिधि 2.5 किमी (1.55 मील) और बाहरी की 6.3 किमी (3.9 मील) है।
इस भूमिगत मकबरे (forbidden places) में भूमिगत गुफाओं का एक जटिल नेटवर्क है।
जिसमें उनकी सेनाओं, परिवार, नौकरों, घोड़ों और कर्मचारियों की मिट्टी की प्रतिकृतियां हैं।
जिन्हें टेराकोटा सेना कहा जाता है।
1974 में इसकी खोज के बाद से 2000 से अधिक मूर्तियों की खुदाई की गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्रीय मकबरे के आसपास कुल मिलाकर 8000 से अधिक मूर्तियां हो सकती हैं, जिन्हें अभी तक खोजा नहीं जा सका है।
चीनी सरकार ने सम्राट के मुख्य मकबरे का सम्मान करते हुए खुदाई की अनुमति देने से मना कर दिया है।
इसलिए पर्यटक वहां जाकर सम्राट की मिट्टी की सेना की झलक तो देख सकते हैं।
लेकिन सम्राट का मुख्य मकबरा निषिद्ध स्थान (forbidden places) है।
नार्थ सेंटिनल आइलैंड (North Sentinal Island, Andaman Islands)
भारत, बंगाल की खाड़ी में अंडमान द्वीप समूह में से एक है नार्थ सेंटिनल आइलैंड।
यह दुनिया के सबसे अधिक निषिद्ध स्थानों (forbidden places) में से एक है।
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(secret places on earth impossible to visit)
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह आदिवासी जनजाति संरक्षण अधिनियम 1956 इस द्वीप की यात्रा और इसके पांच समुद्री मील (9.26 किमी) तक करीब जाने पर प्रतिबंध लगाता है।
इसका क्षेत्रफल लगभग 59.67 वर्ग किमी (23.04 वर्ग मील) और इसका आकार लगभग चौकोर है।
नार्थ सेंटिनल आइलैंड मूंगे की चट्टानों से घिरा हुआ है।
इसमें प्राकृतिक बंदरगाहों का अभाव है और किनारे के अलावा पूरे द्वीप में वन है।
वे आधुनिक सभ्यता से अछूते रहने वाले दुनिया के अंतिम समुदायों में से हैं।
भारतीय अधिकारी द्वीपवासियों की अकेले रहने की इच्छा का सम्मान करते हैं और उनकी दूर से ही निगरानी करते हैं।
वे लोगों को मारने के लिए उन पर मुकदमा नहीं चलाते हैं।
इस द्वीप के निवासी यहाँ आने वाले जहाजों पर बार-बार हमला करते हैं।
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इसके परिणामस्वरूप 2006 में दो मछुआरों और 2018 में एक अमेरिकी मिशनरी जॉन एलन चाऊ की मौत हो गई थी।
हर्ड आइलैंड (Heard Island, Australia) (Forbidden Places)
पृथ्वी पर सबसे निर्जन स्थानों में से एक है अंटार्कटिका और मेडागास्कर के बीच स्थित हर्ड आइलैंड।
राजनीतिक रूप से यह द्वीप ऑस्ट्रेलिया का हिस्सा है और इसमें दो सक्रिय ज्वालामुखी हैं।
यह दुनिया के सबसे निषिद्ध स्थानों (forbidden places) में से एक है।
1850 में इस आइलैंड की खोज जॉन हर्ड नामक नाविक ने की और उसके नाम पर इस आइलैंड का नाम रखा गया।
ब्रिटेन ने 1910 में औपचारिक रूप से हर्ड द्वीप पर दावा किया और 1947 में उसे ऑस्ट्रेलिया को दे दिया।
368-वर्ग-मील का यह आइलैंड पर्वतीय है और इसमें 41 ग्लेशियर हैं।
यहाँ पेंगुइन, सील और समुद्री पक्षियों सहित अन्य वन्यजीव पाए जाते हैं।
यहाँ (forbidden places) ग्लेशियरों से ढका एक सक्रिय ज्वालामुखी है।
यह पिछले दो दशकों में कई बार भड़क चुका है।
विश्व धरोहर और स्ट्रिक्ट नेचर रिजर्व में सूचीबद्ध होने के कारण हर्ड आइलैंड सख्ती से संरक्षित है। (untouched places on earth)
इस द्वीप की यात्रा करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को पहले ऑस्ट्रेलियाई अंटार्कटिक डिवीजन से परमिट प्राप्त करना होता है।
हर्ड आइलैंड की वेबसाइट है – http://heardisland.antarctica.gov.au/
लास्कॉक्स गुफाऐं (Lascaux Caves, France) (Forbidden places)
दक्षिण-पश्चिमी फ़्रांस में मोंटिग्नैक गांव के लास्कॉक्स गुफाऐं हैं।
600 से अधिक पाषाण काल के भित्ति चित्र गुफा की आंतरिक दीवारों और छत पर बने हुए हैं।
यहाँ बड़े जानवरों के चित्र बने हुए हैं।
ये जानवर उस समय वहां रहते थे, इसकी पुष्टि जीवाश्म की खुदाई के माध्यम से भी हुई है।
ऐसा माना जाता है कि यह कलाकृतियाँ 17,000 साल से अधिक पुरानी हैं।
12 सितंबर 1940 को लास्कॉक्स गुफा के प्रवेश द्वार की खोज 18 वर्षीय मार्सेल रविदत ने की थी, जब उनका कुत्ता रोबोट एक गड्ढे में गिर गया था।
गुफा परिसर (forbidden places) को 14 जुलाई 1948 को जनता के लिए खोल दिया गया था।
1955 तक, प्रति दिन इसे देखने आये लगभग 1,200 लोगों द्वारा उत्पादित कार्बन डाइऑक्साइड, गर्मी, आर्द्रता और अन्य दूषित पदार्थों ने इन चित्रों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
गुफा को 1963 में जनता के लिए बंद कर दिया गया था।
इसके बाद कई बार इन गुफाओं को खोला गया, लेकिन फंगस के कारण बंद करना पड़ा।
इन गुफाओं को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी सूचीबद्ध किया गया है।
2008 के बाद से, फंगस के प्रकोप के बाद गुफाओं को जनता के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
(Secret places in the world)
केवल कुछ वैज्ञानिकों को चित्रों का अध्ययन करने के लिए महीने में कुछ दिनों के लिए प्रवेश की अनुमति है।
लास्कॉक्स गुफाओं की वेबसाइट है – https://archeologie.culture.fr/lascaux/en
वेटिकन अपोस्टोलिक आर्काइव (Vatican Apostolic Archive, Vatican City)
अक्टूबर 2019 तक वेटिकन अपोस्टोलिक आर्काइव को वेटिकन सीक्रेट आर्काइव कहा जाता था।
वेटिकन सिटी की भूमिगत दीवारों के भीतर गहरे दबे हुए वेटिकन सीक्रेट आर्काइव्स हैं।
इनमें ऐतिहासिक दस्तावेज, राजकीय कागजात, पोप के खाते और किताबें और अन्य आधिकारिक पत्राचार के साथ-साथ होली सी के कृत्यों का विशाल इतिहास है।
इनमें से बहुत से दस्तावेज आठवीं शताब्दी के हैं।
इन वस्तुओं में माइकल एंजेलो के पत्र, मैरी क्वीन ऑफ स्कॉट्स का पत्र जब वह प्राणदण्ड की प्रतीक्षा कर रही थी, किंग हेनरी VIII के विवाह समाप्त करने का अनुरोध आदि हैं।
इस अभिलेखागार में लगभग 52 मील लम्बे शेल्फ लगे हैं, जिनमें 35000 से अधिक वस्तुऐं रखी हुई हैं।
वेटिकन सिटी के संप्रभु के रूप में पोप संग्रह में रखी गई सामग्री का मालिक होता है।
पोप की मृत्यु या इस्तीफे के बाद इसका स्वामित्व उनके उत्तराधिकारी के पास चला जाता है।
यहाँ आम जनता का प्रवेश (forbidden places) पूर्णतः निषेध है।
अभिलेखागार की देखभाल करने वाले कुछ कर्मचारियों के अतिरिक्त बहुत ही चुनिंदा उच्च शिक्षा और शोध संस्थानों के योग्य विद्वान ही यहाँ आ सकते हैं।
इन्हें भी यहाँ (forbidden places) आने के लिए बहुत कठिन आवेदन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
वेटिकन अपोस्टोलिक आर्काइव की वेबसाइट है – http://www.archivioapostolicovaticano.va/content/aav/it.html
स्वालबार्ड ग्लोबल सीड वॉल्ट (Svalbard Global Seed Vault)
सुदूर आर्कटिक स्वालबार्ड द्वीपसमूह में नॉर्वेजियन द्वीप स्पिट्सबर्गेन पर दुनिया भर की विविध फसलों के लिए एक सुरक्षित बैकअप सुविधा का नाम स्वालबार्ड ग्लोबल सीड वॉल्ट है।
यह सीड वॉल्ट दुनिया भर के जीनबैंकों में संरक्षित बीजों के डुप्लीकेट का दीर्घकालिक भंडारण प्रदान करता है।
इस सीड वॉल्ट (forbidden places) का उद्देश्य कुप्रबंधन, दुर्घटना, उपकरण विफलता, धन की कमी और प्राकृतिक आपदा के कारण जीनबैंक में बीजों के नुकसान के खिलाफ दुनिया की खाद्य आपूर्ति को सुरक्षा प्रदान करना है।
स्वालबार्ड ग्लोबल सीड वॉल्ट को 26 फरवरी 2008 को खोला गया था।
यह स्पिट्सबर्गेन द्वीप पर एक बलुआ पत्थर के पहाड़ के120 मीटर (390 फीट) अंदर और समुद्र तल से 130 मीटर (430 फीट) ऊपर बना हुआ है।
अब तक इसमें अलग-अलग फसलों के कुल 1,081, 026 सैंपल रखे जा चुके हैं, जो 13,000 वर्षों के कृषि इतिहास का प्रतिनिधित्व करते हैं।
11000 वर्ग फुट में बने इस सीड वॉल्ट में अत्यधिक उन्नत सुरक्षा प्रणालियाँ हैं और कुछ गिने चुने कर्मचारी ही इसमें जा सकते हैं।
(Places you are not allowed to visit)
आम व्यक्ति इसमें नहीं जा सकता है, उसके लिए यह (forbidden places) निषिद्ध स्थान है।
स्वालबार्ड ग्लोबल सीड वॉल्ट की वेबसाइट है – https://www.seedvault.no/